कलम -2
आज फिर एक बार कलम की गाथा तुम्हे सुनाते है,
क्या है कलम का महत्व फिर से तुम्हे बताते है,
कलम ना होता तो जीवन में होती कोई पहचान नहीं,
कलम ना होता तो देश में बनता कोई संविधान नहीं।
आज फिर एक बार कलम की गाथा तुम्हे सुनाते है,
क्या है कलम का महत्व फिर से तुम्हे बताते है।
कलम आई दुनिया में तब नव युग का निर्माण हुआ,
कलम आई दुनिया तब कानून और संविधान बना,
कलम बिना है जीवन अधूरा, कलम बिना न ज्ञान,
इसी कलम से भीमराव ने रखा देश का मान।
चलो फिर एक बार कलम की गाथा तुम्हे सुनाते है,
क्या है कलम का महत्व फिर से तुम्हे बताते है।
इसी कलम ने जीवन में मान और सम्मान दिया है,
इसी कलम ने जीवन में ऊंचा एक पहचान दिया है,
इसी कलम के वजह से ऊंचे कुर्सी पे बैठे है,
इसी कलम की वजह से पद पे अपने ऐंठे है।
एक आखिरी पंक्ति से कलम की गाथा तुम्हे सुनाते है,
क्या है कलम का महत्व फिर से तुम्हे बताते है।
यही कलम है, यही जीवन में अपने रखता मान
इसी कलम से जीवन में ऊंची अपनी सान।
कलम बिना है जीवन अधूरा,
कलम बिना न ज्ञान।
__ आदित्य कुमार