सीतामढ़ी_ कुछ खास
मेरे प्यारे हिंद देश में,
एक राज्य बिहार बसता है,
इस बिहार की गोद में,
एक जिला सीतामढ़ी हसता है,
मै इस जिले का वासी हूं,
गुणगान सुनाने आया हूं,
आज अपने सीतामढ़ी से,
तुमको मिलवाने आया हूं,
जन्म हुआ जहां सीता मा का,
धाम पुनौरा कहलाता है,
मन बस जाता यही है उसका,
बाहर से जो भी आता है,
पुरातत्व को काफी मिला,
सीतामढ़ी के खोज मे,
लखनदेई बागमती है नदियां,
सीतामढ़ी के गोद में,
भुतही की बालूशाही और,
रुन्नीसैदपुर के मिष्ठान,
ये भी कहलाते है की,
सीतामढ़ी के है पहचान,
हम सनातनी का विश्वास,
इसे बनाता और भी खास,
मा दुर्गा मा जगतजन्नी ने,
स्वयं लिया था यहां अवतार,
ये कुछ ऐसी बातें है,
मेरे जिले को अलग बनाती है,
मिष्ठान, नदी और मा सीता,
सीतामढ़ी को खास दर्शाती है।।
- आदित्य कुमार
"बाल कवि"