हम कवियों का प्यार कलम
हम कवियों की जान कलम है,
हम सब की अभिमान कलम है,
कलम सूर्य है कलम चांद है,
हम सब की पहचान कलम है,
हम खेले कलमो से हरदम,
हर कलम स्वच्छंद हमारा है,
देशभक्ति दिखलाने खातिर,
कलम भी एक सहारा है,
इसी कलम के दम पे,
हम राजा और रंक मिलाते है,
जिनको लगता धन काफी है,
उनको औकात दिखाते है,
कलम एक पर काज है काफी,
बोझ कलम भी ढोता जाता,
जितना कलम चलेगा आगे,
उतना और निखरता जाता,
प्रयास दिखाता यही कलम,
आलस को भगाता यही कलम,
सच का साथ ये दे हरदम,
और द्वेष मिटाता यही कलम,
है सूर्य कलम है चांद कलम,
है ये पूरा संसार कलम,
कलम हमारा जीवन है क्युकी,
हम कवियों का प्यार कलम।।
- आदित्य कुमार
"बाल कवि"