हिंद और हिंदी
हिंद देश की भाषा हिन्दी,
इसको हम अपनाएंगे,
अपनी हिंदी हिंद है अपना,
मिलके खुशी से गाएंगे,
हिंद देश________अपनाएंगे_2
नए अंग्रेज़ यदि आए तो,
गांधी नया बनाएंगे,
प्रेम से शत्रु ना माना तब,
अंत में शस्त्र उठाएंगे,
एक दूजे के मदद के खातिर,
मिलके हाथ बढ़ाएंगे,
प्रेम करेंगे आपस में हम,
प्रेम खुशी से गाएंगे,
हिंद देश_______अपनाएंगे_2
बाहर का कोई आंख उठाया,
मिलके उसे झुकाएंगे,
तौहीन यदि कोई किया हिंद का,
उसका शीश गिराएंगे,
तीन रंग का झंडा अपना,
घर घर में लहराएंगे,
हिंद है अपना हिन्दी अपनी,
मिलके खुशी से गाएंगे,
हिंद देश_______अपनाएंगे_2
कोई भी कठिनाई हुई तो,
मिलके सब सुलझाएंगे,
अपना दुख बांटेंगे सबसे,
दुखियों को हसाएंगे,
ना कोई जाति धर्म अलग हो,
ऐसा हिंद बनाएंगे,
हिन्दू मुस्लिम सिख ईसाई,
भाई भाई कहलाएंगे,
हिंद देश_______अपनाएंगे_2
केसरिया बलिदानी रंग का,
याद रखेंगे हम बलिदान,
भारत मां के रक्षा खातिर,
हम दे देंगे अपनी जान,
स्वेत रंग सिखलाता शांति,
युग ऐसा बनाएंगे,
प्रेम शांति और अमन का,
मिलके गीत हम गाएंगे,
हिंद देश______अपनाएंगे_2
और हरा जो रंग झंडे में,
धरती को दर्शाता है,
हरी भरी धरती है अपनी,
ये हमको बतलाता है,
शांति दूत बनेंगे हम सब,
संदेश शांति फैलाएंगे,
इन सब गुण से निर्मित कर,
स्वर्ग सा हिंद बनाएंगे,
हिंद देश______अपनाएंगे_2
- अदित्य कुमार
"बाल कवि"