हिंद_ एक स्वर्ग
हम भूल नहीं सकते,
उस खूनी संग्राम को,
हम भूल नहीं सकते,
वीर शहीदों के बलिदान को,
याद रखेगा हिंद सदा ही,
उनकी अमर कहानी को,
याद रखेगा हिंद सदा,
लक्ष्मीबाई बलिदानी को,
हम ना भूलेंगे हे वीरों,
तुमने कितना दर्द सहा,
जिनसे हमे आजादी मिली है,
ऐसे वीर मिलेंगे कहां,
अपना सब कुछ छोड़ चले हो,
हिंद आजाद कराने को,
ले हथियार निकले हो घर से,
दुश्मन दूर भगाने को,
जो भूला उस बलिदान को_2
वो ना भारत की संतान,
जो देश के काम ना आए,
त्याग दे स्वयं ही अपने प्राण,
जिस दिन भी जय हिन्द कहने से,
थोड़ा भी शर्माऊंगा,
कसम खुदा की चुल्लू भर पानी में,
डूब मर जाऊंगा।
हिंद है मेरा वतन है न्यारा,
इसको स्वर्ग बनाएंगे,
एक दिन हिंद बनेगा ऐसा,
इश्वर देखने आएंगे।
- अदित्य कुमार
"बाल कवि"