तिरंगा
ये हिंद जिसे सलाम करें,
भारत की शान कहलाता है,
वायु संग खेल रहा देखो,
आकाश में वो लहराता है,
ये तीन रंग का झंडा है,
ये ही तिरंगा कहलाता है,
कितनो का खून बहा था जब,
बलिदान को ये दिखलाता है,
ऊपर मे केसरिया रंग,
बलीदान_ए_हिंद दर्शाता है,
ये तीन रंग का झंडा है,
ये ही तिरंगा कहलाता है,
मध्य में रंग जो स्वेत है वो,
शांति हिंद दिखलाता है,
शांति प्रिय देश है भारत,
सब को ये बतलाता है,
ये तीन रंग का झंडा है,
ये ही तिरंगा कहलाता है,
आखिर में जो हरा रंग है,
हरियाली दर्शाता है,
हरी है धरती हिंद देश की,
जन जन को दिखलाता है,
ये तीन रंग का झंडा है,
ये ही तिरंगा कहलाता है,
मेरा तिरंगा जन जन को,
तीन संदेश पहुंचाता है,
बलिदान शांति हरा हिंद है,
दुनिया को दिखलाता है,
ये तीन रंग का झंडा है,
ये ही तिरंगा कहलाता है।।
- आदित्य कुमार
"बाल कवि"
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