भारत है बहुरंगी साड़ी
भारत है बहुरंगी साड़ी हर धर्मो का है स्थान,
हर जाति हर धर्म का भारत है दुनिया में एक पहचान,
एक साथ मे एक हाथ में है सनातन और इस्लाम,
सिक्ख बौद्ध जैन धर्म आदि सबके खातिर हिंदुस्तान,
भगवा, हरा रंग मिल जाए तभी तिरंगा बन जाता है,
इसीलिए तो मेरा भारत सबका भारत कहलाता है,
एक तरफ जय श्री राम एक तरफ अल्लाह हु अकबर,
दुनिया में इकलौता भारत जहां देखने मिलते अक्सर,
लेकिन इस भारत में कुछ महापुरुष ऐसे आ गए है
मिलके भारत की एकता को बांट चोट के खा गए है,
देश के खातिर मरोगे जिस दिन आओगे इतिहास में तुम,
धर्म पे लड़ के मर कट के रह जाओगे बकवास मे तुम,
भारत को गर्वित करता है हर धर्मों का रहना साथ,
भारत माता की जय बोलो एक दूजे से मिला के हाथ।।
- आदित्य कुमार
(बाल कवि)