ऑटॉकरेक्ट

जय जय जय ऑटॉकरेक्ट महाराज,
तुमसे बिगड़ा सारा काज,
लिखा था कुछ और पहुंचा कुछ था,
यही है कृपा ऑटोकोरेक्ट का।

लिखना चाहे हाउ आर यू,
और था पहुंचा व्हाय आर यू,
और लिखे बीवी को हेल्लो,
किन्तु पहुंचा यू आर बफेलो,

बीवी हुई गुस्सा से लाल,
ऑटोकॉरेक्ट बन गया काल,
बीवी ने घर से मार भगाया,
फिर व्हाट्सएप पे मेसेज आया,

लौट ना फिर आना तुम घर पे,
मैंने फिर लिखा था डर के,
गुस्सा ना कर भाग्यवान,
मैं हूं तेरा पति नादान,

हाय रे ऑटोकोरक्ट की माया,
फिर मुझको एकबार फसाया,
गुस्सा ना कर ओ शैतान,
पहुंचा ये संदेश वहां,

सुख गए थे मेरे प्राण,
ख़ुद को भी ना सका पहचान,
पर अब आप भी लो ये जान,
ऑटॉकरेक्ट से रहे सावधान।

           - आदित्य कुमार
               (बाल कवि)



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