अजय अमर हो हिंदुस्तान
अजय, अमर हो हिंदुस्तान- 2
प्राणों से जो प्यारा हमको,
हम करते उसका गुणगान
अजय अमर हो........-2
जिसकी रक्षा स्वयं हो करता पर्वत राज हिमालय,
जिसके सिर सिरमौर चढ़ा कश्मीर मुकुट सा साजे,
जिसके पग मे हिन्द महासागर हो सदा विराजमान,
अजय अमर हो हिंदुस्तान-2
जिसके लिए सदा तत्पर हो,
हर हिन्दुस्तानी के प्राण,
अजय अमर हो..........-2
ओ ओ ओ..... ओ ओ ओ.... ओ
जिसकी नदिया राष्ट्रप्रेम की गीत सदा गाती है,
जिसकी मिट्टी वीरों की कुर्बानी दर्शाती है,
भूमंडल का हर कण कण करता जिसकी जयकार,
अजय अमर हो हिंदुस्तान-2
विश्वगुरु कहलाने वाला,
भारत देश महान,
अजय अमर हो........-2
- आदित्य कुमार
(बाल कवि)