चंद्रयान 3
देखो साथी चंद्रयान है चांद की सतह को चूम गया,
खबर मिली जैसे ही सबको सारा भारत झूम गया,
जड़ से दिया उखाड़ फेक दुश्मन के काले झंडे को,
चंद्रयान ने लहरा डाला चांद पे आज तिरंगे को,
एक दफा हम विफल हुए थे जग ने खूब परिहास किया,
पर भारत के लोगों ने इसरो पे फिर विश्वास किया,
इसरो ने कर दिखलाया जो विश्व कभी ना कर पाया,
चांद के दक्षिण ध्रुव पे जाकर अमर तिरंगा लहराया!
जिन्हे लगा ये संभव ना है, हिन्द ने संभव कर डाला,
पहला राष्ट्र बना भारत दक्षिण ध्रुव पे जाने वाला!
- आदित्य कुमार
(बाल कवि)