गांधी जी

गांधी है वो सांस जो बसे है मेरे देश में,
हर कोई गांधी है अहिंसा रूपी वेश में,

गांधी वो प्रकाश है जो तिमिर को दूर करें,
देश छोड़ जाने खातिर शत्रु को मजबूर करें,

गांधी है वो सोच जो कुबुद्धि पे प्रहार है,
देश के लिए तो गांधी देव अवतार है,

गांधी जी वो प्रेम है जो घृणा को मिटाते है,
प्रेम और अहिंसा का महत्व ये समझाते है,

गांधी जी का नाम मात्र जीत है संघर्ष है,
गांधी जी की देन है कि देश ये उत्कर्ष है,

गांधी जी वो मान है सम्मान है दिनमान है,
अंग्रेज रूपी रात मिटाने वाला वो महान है,

गांधी मेरे देश की वो आस्था है पंथ है,
गांधी जी का योगदान देश को अनंत है,

कोटि कोटि करते नमन उस रूप को,
फिर से आना जरूरी गांधी के स्वरूप को।

                  - आदित्य कुमार
                       (बाल कवि)
  🙏 भारत के राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को उनके पुण्यतिथि पे सत सत नमन।🙏

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