अटल बिहारी वाजपेई (जयंती विशेष ‘कविता’)
नाम था ‘अटल’, अटल थे वे सिद्धांत के,
थे सितारे हिंद के और सारे प्रांत के,
राजनीति के खिलाड़ी वे बड़े महान थे,
कृष्णा देवी और कृष्ण बिहारी की संतान थे,
कविता भी लिखने में काफी अभिरुचि थी,
इक्कीस महान कविताओं की उनकी सूची थी,
संसद में सिंह की भांति वे दहाड़ते थे,
हिंद के अरि को अटल शब्दों से मारते थे,
बीजेपी पार्टी में प्राण नया फूंक गए,
जिनको पीछे करने में विपक्ष सारे चूंक गए,
आज उस महान कवि की जयंती पे प्रणाम,
संसद में हार मानी किंतु न बेचा ईमान,
जानते हो कौन है वो? क्या है उनका पूरा नाम,
वो व्यक्ति जो बने थे हिंद देश के प्रधान,
“अटल बिहारी वाजपेई” कहता उनको ये जहान!
– आदित्य कुमार
(बाल कवि)